GARHWALI SONG LYRICS DOFRA KA BATOI NARENDRA SINGH NEGI GARHWALI SONG LYRICSदोफरा का बटोई

Gadhwali song lyrics


GARHWALI SONG LYRICS 
DOFRA KA BATOI NARENDRA SINGH NEGI GARHWALI SONG LYRICS

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Title :- Dofra Ka Batoi दोफरा का बटोई  
Singer :- Narendra Singh Negi नरेंद्र सिंह नेगी 
Album :- Chuyal छूॅयाल                                            lable:-    Rama cassets                                            Language :- Uttarakhandi Garhwali
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दोफरा का बटोई


STAP- 1 
दोफरा का बटोई छैलु बैठिजा घड़क, 
छैलु बैठिजा घड़ेक रे...
तिसाळू पराण लेकि तीसु कबतें रैलु 
छैलु बैठिजा घड़क रे....

दोफरा का बटोई छैलु बैठिजा घड़क, 
छैलु बैठिजा घड़ेक रे...
तिसाळू पराण लेकि तीसु कबतें रैलु 
छैलु बैठिजा घड़क रे....


STAP- 2
गाड गदीन्या सुखिनी, सूखिग्येनी सबी धाणि 
सूखिग्येनी सबी धाणि...
रंग सुखे रूप सुखे सूखिग्ये आंख्यूको पाणि
सूखिग्ये आंख्यूको पाणि 
सूखिग्ये आंख्यूको पाणि.....
आस ना सुखुण देई.....
आस ना सुखुण देई,दोफरा का बटोई
 छैलु बैठिजा घड़ेक रे।।
तिसाळू पराण लेकि तीसु कबतें रैलु 
छैलु बैठिजा घड़क रे....


STAP- 3
छागळ भरी धैयूँच, बांजैकी जड्यूको पाणि
बांजैकी जड्यूको पाणि......
 पीजा रे तृखा तोड़ीकि, सदानौ नि रैण स्याणि
सदानौ नि रैण स्याणि..... 
सदानौ नि रैण स्याणि..... 
भोळ को भट्यालु तोई...
भोळ को भट्यालु तोई,दोफरा का बटोई
 छैलु बैठिजा घड़ेक रे....
तिसाळू पराण लेकि तीसु कबतें रैलु 
छैलु बैठिजा घड़क रे....


STAP- 4

भैर-भैरो रूप हेरी, मन नी टटोळि त्वैन 
मन नी टटोळि त्वैन.....
सुल्गुणू रौं भित्तरी छारु नी खरोळि त्वैन
छारु नी खरोळि त्वैन, छारु नी खरोळि त्वैन
 निठुर हे निरदैई,
निठुर हे निरदैई, दोफरा का बटोई 
छैलु बैठिजा घड़ेक रे,
तिसाळू पराण लेकि तीसु कबतें रैलु 
छैलु बैठिजा घड़क रे....


STAP- 5
प्रेम का द्वी बोल मैकु, खारयूँ छा नि बाकि त्वैन
खारयूँ छा नि बाकि त्वैन
 अधीतो पराण तेरु, धितैई नि साकि मैन
धितैई नि साकि मैन,धितैई नि साकि मैन
 जतन बतैजा कोई, 
जतन बतैजा कोई,दोफरा का बटोई 
 छैलु बैठिजा घड़ेक रे।।
तिसाळू पराण लेकि तीसु कबतें रैलु 
छैलु बैठिजा घड़ेक रे....

अर्थ - प्यार से दो बातें ही कर देते तुम, वो ही मेरे लिए पर्याप्त थे,  कभी लालसा पूरी ना कर पाने वाला शरीर तुम्हारा, कभी मे उस लालसा को पूरा नहीं कर पाई, कोई ऐसा रास्ता बता दो, तुम्हें मानाने के लिए कौन सा जतन करूँ।


STAP- 6
छैलु नी मिलालू कखी बौड़ीकी ऐ जैई मैमू
बौड़ीकी ऐ जैई मैमू
 चोळि को सि बाण रखी हाथनी पसारि कैमू
हाथनी पसारि कैमू....हाथनी पसारि कैमू
 बिरिड़ि की कुपथ न जैई दोफरा का बटोई 
 छैलु बैठिजा घड़ेक रे
तिसाळू पराण लेकि तीसु कबतें रैलु 
छैलु बैठिजा घड़क रे....


राह ना मिले कही तो वापस मेरे पास चले आना, मेरे हृदय के द्वार सदा तुम्हारे लिए खुले हुए हैं, पपिहे पक्षी की तरह रहना जो स्वाति नक्षत्र के बूंद के सिवा अमृत तक को नहीं पूछता है, उसी  तरह तुम भी अपने मे अडिग रहना किसी के सामने हाथ मत फैलाना, राह को भटक कर किसी गलत रास्ते पर ना चल देना, दोपहर के राहगीर थोड़ा पड़ो की छाव मे बैठो, प्यासा शरीर ले कर प्यासा कब तक रहोगे, बैठ जाओ तनिक छण भर के लिए बैठ जाओ।

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